IMC Wheat Gold Tablet Health Benifits in Hindi व्हीट गोल्ड टेबलेट उपयोग करने के फायदे

व्हीट गोल्ड टेबलेट के फायदे ( गेहूँ के ज्वारे )
“व्हीट-ग्रास स्वस्थ व्यक्तियों के लिए अमृत, बीमार के लिए वरदान है।“
गेहूँ के ज्वारे (व्हीट-ग्रास) हमारे लिये प्रकृति का अनमोल उपहार हैं, जो सब रोगों की प्राकृतिक औषधि है। यह शरीर में एकत्रित सारी गंदगी को प्राकृतिक रूप से बाहर निकाल फैंकता है।
व्हीट- ग्रास के सेवन से रक्त शुद्ध हो जाता हैं , एनीमिया दूर होता है और शुद्ध खून का सर्जन होता है, हिमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है, श्वेत- रक्त कण लाल रक्त कणों में परिवर्तित हो जाते हैं, थैलेसीमिया का रोग ठीक होता है, भूख बढ़ती है तथा आँखों की ज्योति तेज होती है। बुढ़ापे की कमजोरी हटाने के लिये यह रामबाण औषधि है। इसका नियमित उपयोग करने से कैंसर जैसे भयंकर रोग से भी छुटकारा मिल सकता है।
IMC Wheat Gold Tablet में क्या है?
गेहूँ के ज्वारे से मनुष्य को प्रत्येक प्रकार का आवश्यक पोषण उपलब्ध हो जाता है। सावधानी पूर्वक चुनी हुई 23 किलो साग-सब्जियों से जितना पोषण प्राप्त होता है उतना केवल 1 किलो ज्वारे से प्राप्त हो जाता है। इसमें विटामिन, प्रोटीन ए. बी. सी. ई. एमीनो एसिड्स, मिनरल्स, कार्बोहाइड्रेट, एंजाइम्स (पाचक तत्व) आदि प्रचुर मात्रा में होते हैं। इसमें सभी रोगों को दूर करने की शक्ति है तथा शरीर में सभी आवश्यक पोषक तत्वों की यह पूर्ति करता है। व्हीट-ग्रास के सेवन से हमें प्रचुर मात्रा में क्लोरोफिल मिलता है जो मानव के रक्त से 40 प्रतिशत मेल खाता है, जो इसमें अत्यधिक मात्रा में होता है। इस क्लोरोफिल को हरा-रक्त भी कहा जाता है। व्हीट ग्रास से असीम शक्ति और ऊर्जा का संचार होता है और इससे सम्पूर्ण शरीर का शोधन हो जाता है।
गेहूँ के ज्वारे की रासायनिक संरचना मनुष्य के रक्त की रासायनिक संरचना से काफी मिलती है। हमारे रक्त का ph पाटर 7.4 है। गेहूँ के ज्वारे में यह फैक्टर 7.4 ही है। इसीलिये केवल गेहूँ का ज्वारा ही अत्यन्त शीघ्रता खून में अवशोषित हो जाता है।
क्लोरोफिल रक्त शोधक तो है ही, साथ ही हृदय कार्य में मदद करता है। इसके सेवन से हिमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है। फेफड़ों, आँतों, रक्त वाहिनियों, मूत्राशय के लिये भी अनुकूल है।
व्हीट-ग्रास रोगों से मुक्ति पाने तथा शारीरिक एवम् मानसिक स्वास्थ्य के लिये संसार भर के टॉनिकों में महत्वपूर्ण टॉनिक श्वेत-कणों को रक्त-कणों में बदलने के लिये व्हीट-ग्रास से बढ़कर दूसरा कोई नहीं। है।
व्हीट-ग्रास में लिट्राइल नामक एक विशेष तत्व विद्यमान रहता है जो कैंसर की जड़ों को विभाजित कर तोड़ता है, कोशिकाओं को कमजोर करके कैंसर को ठीक करने में मदद करता है।
गेहूँ के ज्वारों में ईश्वर प्रदत्त अपूर्व गुण हैं।
• इन्हें भी पढ़ें :
• IMC New Business Plan In Hindi 2022
• रोटी और चावल में क्या बेहतर है ?
Wheat Grass के उपयोग या फायदे:
1. सर्दी, जुकाम, खांसी, इन्फेक्शन के कारण आया बुखार, विटामिन ए और सी व्हीट ग्रास में रहने के कारण उत्पन्न रोग-प्रतिरोधात्मक बल इन विकारों में बेहद लाभप्रद है।
2. व्हीट-ग्रास में पोटेशियम, कैल्शियम, विटामिन बी आदि जीवन तत्व के घटक होने के कारण यह अनिद्रा रोग में भी बेहद उपयोगी है।
3. व्हीट ग्रास में अम्लता कम करने वाले सोडियम तथा विविध पाचक रसों की उपस्थिति होती है, इसलिये यह अल्सर में अत्यन्त लाभकारी सिद्ध होता है।
4. लोह तत्व, पोटैशियम, जीवन तत्व बी तथा कैल्शियम के घटक मिलकर मासिक धर्म की अनियमतता, अधिकतता, अल्पता यहां तक कि कष्टप्रद होना, लकोरिया तक दूर करने में यह मददगार सिद्ध हुआ है।
5. जीवन तत्व ए और ई की उपस्थिति इस व्याधि को जड़ से ठीक करने में समर्थ है। त्वचा में सर्वत्र नमी प्रदान करने की क्षमता व्हीट-ग्रास में है।
6. व्हीट-ग्रास ने न जाने कितने कैंसर रोगियों को जीवनदान दिया है।
7. आज के समाज का सामान्य रोग व घर-2 में व्याप्त हृदय रोग का भी व्हीट-ग्रास में पोटैशियम, मैग्नीशियम खनिजों तथा ए. बी तथा ई जीवन तत्वों का समावेश होने से निराकरण आसानी से होता है।
8. जीवन तत्व ई लीवर को मजबूती देकर कोलेस्ट्रॉल को सामान्य करने में यह बेहद मददगार सिद्ध होता व्हीट-ग्रास मूत्र संस्थान के दैनिक शोधन तथा पथरी को निकालने में भी सक्षम है।
9. टूटी हड्डी को जोड़ने व जख्मों को जल्दी भरने में व्हीट-ग्रास में कैल्शियम तथा क्लोरोफिल का होना बड़ा ही लाभदायक हैं।
10. व्हीट-ग्रास वियाग्रा का आल्टरनेटिव सिद्ध हो रहा है। यौन क्षमता की वृद्धि करता है। दाम्पत्य जीवन को सुखी बनाता है।
11. गलत आहार खाने से शरीर में जहर पैदा हो जाता है, जिससे आँखों में जलन, सिर दर्द, मूर्छा, हड्डियों में दर्द आदि का अनुभव होता है। ऐसे समय में गेहूँ के ज्वारे रोगी के लिये लाभदायक सिद्ध होते हैं।
12. पेशाब के साथ वीर्य-निष्कासन को रोकने में सहायक है।
13. पाचन तंत्र के रोगों जैसे अपच, कब्ज, वायु, एसिडिटी में व्हीट-ग्रास से लाभ होता है। मूत्र-तंत्र व प्रजनन – तंत्र की तकलीफों में व्हीट-ग्रास के सेवन से काफी राहत मिलती है।
14. कंपवात, पार्किन्सन आदि रोगों में भी व्हीट-ग्रास फायदेमंद साबित हुआ है।
15. कमजोरी, थकान, अनिद्रा, सिरदर्द, ज्वर आदि व्याधियों में इससे लाभ होता है। व्हीट-ग्रास के नित्य सेवन से ब्लड प्रेशर, लकवा, पोलियो, हृदय रोग की सम्भावनायें नहीं रहतीं।
16. व्हीट-ग्रास के सेवन से गुर्दे के रोग, मूत्र विकार तो होते ही नहीं। पथरी रोग नहीं होता। बालें का सौन्दर्य बढ़ता है। दांत स्वच्छ और चमकीले रहते हैं। आँखों की ज्योति बढ़ती है। चर्म रोगों से बचाव होता है।
17. शारीरिक शक्ति बढ़ती है। शरीर रक्त-निर्माण में सक्षम होता है। चेहरे पर तेज बढ़ जाता है। नशीले पदार्थों की लत घटने लगती है। विद्यार्थियों के शारीरिक, मानसिक विकास में बेहद वृद्धि होती है। स्मरण शक्ति विकास में मदद मिलती है।
18. मानसिक विकास भी होता है, स्मरण शक्ति बढ़ती है।
19. गर्भावस्था में महिलाओं को लोह, कैल्शियम, जीवन तत्व ई की आवश्यकता तो रहती ही है, जो व्हीट-ग्रास से पूरी हो जाती है। गर्भकाल में माता के शरीर में लोह तत्व की कमी को दूर करने में बच्चे की खुराक की पूर्ति, शरीर का विकास एवम् सौम्यता का निर्माण भी व्हीट-ग्रास से ही सम्भव है।
व्हीट-ग्रास का सेवन करते समय कुछ सावधानियां :
गेहूँ के ज्वारे का सेवन प्रातः काल में खाली पेट करने से अधिकाधिक लाभ होता है। इसका सेवन करने के बाद आधे घण्टे तक कुछ भी खायें पीयें नहीं। आधे घण्टे में यह पूरी तरह पच जाता है और उसका शोषण भी हो जाता है एवम् रात को खाना खाने के एक घण्टे बाद इसका सेवन करना चाहिये।
व्हीट-ग्रास का सेवन करने का तरीका :
1. व्हीट-ग्रास टेबलेट की एक स्वस्थ व्यक्ति 2 – 3 गोलियां सुबह व रात को सेवन करे।
2. रोगी व्यक्ति प्रारम्भ में 2-3 गोलियां सुबह एवम् रात और उसके बाद इसकी मात्रा बढ़ाते हुये 16 गोलियां प्रतिदिन सेवन करे। रोग ठीक होने के बाद फिर कम करते हुये 2-3 गोलियां सुबह एवम् रात को सेवन करें।
3. दिन में 12 से 15 ग्लास पानी अवश्य पीयें ताकि आपके भीतर के विषाणु तत्व बाहर निकल सकें।
4.पाँच साल से कम आयु के बच्चों को इसका सेवन नहीं करवाना चाहिए।
5. व्हीट-ग्रास का सेवन आरम्भ करने की शुरूआत में कुछ लोगों को हल्की सी उल्टी या दस्त हो सकते हैं जो शरीर में जमे अनावश्यक पदार्थों व एकत्रित मल को बाहर फैंकने में सहायक होगी। अतः ऐसी स्थिति से घबरायें नहीं।
6. इसके साथ कुछ भी पथ्य, भोजन, आहार कभी न लें। कम से कम एक घण्टे बाद साधारण, सात्विक, शीघ्र पचने वाला आहार ही आपको बेहद ऊर्जा, शक्ति एवम् सामर्थ्य प्रदान करता है।
सम्मिलित सामग्री:
• व्हीट ग्रास पाउडर : Triticum aestivum
• अर्जुना Arjuna : Terminalia arjuna
• पुनर्नवा Punarnava: Boerhavia diffusa
• गौखरु Gokshura : Tribulus terrestris
• वरुण Varun : Crataeva nurvala
• गिलोय Giloy : Tinospora cordifolia
• एलोवेरा Aloe Vera: Aloe barbadensis
• आंवला Amla : Emblica officinalis
• तुलसी Tulsi : Ocimum sanctum