दोस्तों इस पोस्ट पर हम आपको इम्यूनिटी मजबूत करने के उपाय

इम्यूनिटी होती क्या है ?
इम्यूनिटी हमारे शरीर के अंदर का एक डिफेंस मेकैनिज्म है। जो हमें किसी भी वायरस, बैक्टीरिया से सुरक्षित रखता है। और बिना इम्यूनिटी के हम एक भी दिन नहीं बच सकते जैसे बॉर्डर पर हमारे सैनिक देश की सुरक्षा के लिए लड़ते हैं उसी तरह हमारी बॉडी की इम्युनिटी भी हमें कई तरह के इंफेक्शन, वायरस और जम्स से सुरक्षित रखती है। इम्यूनिटी इसलिए भी आवश्यक है क्योंकि अगर यह ना हो तो हम बार-बार बीमार पड़ेंगे और हमारी तबीयत खराब रहेगी हमारे इम्यून सिस्टम यह पहचानता है। कि कौन सा शैल हमारी बॉडी का है और कौन सा बाहर का था कि उसे खत्म कर सके। इम्यूनिटी हमारे शरीर के टॉक्सिन से लड़ने की क्षमता होती है। अगर हमारी इम्यूनिटी मजबूत है तो ना सिर्फ हम सर्दी खासी से बच सकते हैं। बल्कि हेपेटाइटिस, किडनी इन्फेक्शन और लंग्स इंफेक्शन जैसी बीमारियों पर भी काबू पा सकते हैं। मजबूत इम्यूनिटी सिस्टम के लिए हमारा Normal Body Temperature 98.6 डिग्री फारेनहाइट होना चाहिए अगर Temperature थोड़ा सा भी कम या ज्यादा है। मतलब बॉडी में कोई इंफेक्शन आ चुका है। और इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर हो जाता है।
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आयुर्वेद में इम्यूनिटी किसे माना गया है ?
इम्यूनिटी कि हम बात कर रहे हैं लेकिन उससे पहले यह जानना बहुत जरूरी है कि स्वस्थ व्यक्ति ही इम्यूनाइज रह सकता है। स्वस्थ व्यक्ति ही हर एक प्रकार की बीमारी से लड़ सकता है और स्वस्थ व्यक्ति ही अपने आप में इम्यून सिस्टम की परी काष्ठा है। इसलिए जैसे दूध से मलाई बनती है, मलाई से मक्खन और मक्खन से ही घी बनता है। बिल्कुल उसी प्रकार आयुर्वेद में जब हम भोजन करते हैं। जब हम आहार लेते हैं तो उस आहार रस का निर्माण होता है रस से रक्त का निर्माण होता है ऐसे निर्माण होते, होते एक अंत में बल नाम की ‘ओज’ नाम चीज की उत्पत्ति होती है यही ‘ओज’ जो है हमारा इम्यून सिस्टम है यही ‘ओज’ हमारे हर एक प्रकार की बीमारी से लड़ने में मददगार है। हर प्रकार के वायरस, बैक्टीरिया जितने भी सूक्ष्म जीवाणु है। उनसे लड़ने में हमारे शरीर को बलिष्ठ एवं पुष्ट बनाता है। उसी प्रकार आयुर्वेद में वात, पित्त, कफ यानी कि तीन दोष अगर सम अवस्था में हो और 13 प्रकार की अग्निया है जो वह सम मात्रा में हो और सात प्रकार की धातु है रस, रक्त,मेद, मांस, अस्थि, मज्जा, शुक्र ये सम मात्रा में हो और व्यक्ति सकारात्मक सोच वाला हो, प्रसन्न रहने वाला हो, दुखी ना रहता हो अपने अंदर दया भाव रखता हो, दान आदि करता हो, यह सब करने से वह किसी भी प्रकार के रोगों से लड़ने के लिए पूर्णता सक्षम है।
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कमजोर इम्यूनिटी के क्या-क्या लक्षण होते हैं ?
कुछ लोगों के इम्यूनिटी ही कमजोर होती है और कुछ लोगों की बहुत मजबूत होती है। स्वस्थ रहने और बीमारियों से लड़ने के लिए इम्यून सिस्टम का मजबूत होना बहुत जरूरी है। जब हमारी इम्यूनिटी कमजोर होती है तो हमें अपने शरीर में कई तरह के लक्षण देखने को मिलते हैं। जैसे साइनस, ब्रोंकाइटिस,स्कीन और ईयर इनफेक्शंस, डायरिया, मुंह में छाले और मसूड़ों की सूजन यह सब खराब इम्यूनिटी के लक्षण है। और अगर बच्चों की बात की जाए तो इम्यूनिटी के कारण बच्चों के शरीर का विकास बहुत कम हो जाता है। अगर आपके अंदर कमजोर इम्यूनिटी इस तरह का कोई भी लक्षण है। तो इसका इलाज जरूर करवाएं ताकि आप स्वस्थ जीवन जी सके।
इम्यूनिटी के लिए कौन से आहार लेना चाहिए ?
इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए हमें पौष्टिक आहार खाना चाहिए जिसमें सही मात्रा में Vitamins, मिनरल्स, प्रोटीन, फैक्ट्स और कार्बोहाइड्रेट मिले। दिन में कम से कम 2 से 3 लीटर पानी जरूर पीना चाहिए और कुछ ऐसी चीजों का सेवन करना चाहिए जो कि हमारी इम्यूनिटी को बनाने में बेहद लाभकारी हैं। और जिन्हें हम सुपरफूड्स भी कहते हैं जैसे अदरक, लहसुन, हल्दी, दही, पालक, तुलसी, अनार, ब्रोकली, बदाम, ग्रीन टी, नींबू, पीली और लाल शिमला मिर्च पपीता, खट्टे फल जैसे संतरा, आंवला, मुसम्मी आदि। अगर हम अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में इन सब चीजों का सेवन करते रहे तो हमारे शरीर में जरूरी पौष्टिक तत्वों की कमी नहीं होती जैसे कि Vitamins A,C,E जिनको की एंटी ऑक्सीडेंट कहते हैं और आयरन और कैल्शियम आदि इनकी कमी नहीं रहेगी।
कौन सी आदत है जिन को बदलकर इम्यूनिटी बढ़ा सकते हैं ?
अपनी इम्यूनिटी को बनाए रखने के लिए खाने के साथ-साथ हमें कुछ और बातों का भी ध्यान रखना चाहिए जैसे कि शराब,धूम्रपान और नशीले पदार्थों का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए। अपने वजन को संतुलित रखना चाहिए, पूरी नींद लेनी चाहिए और दिन में कम से कम 2 से 3 लीटर पानी जरूर पीना चाहिए, इसके अलावा अपने आहार में फल और सब्जियों की मात्रा ज्यादा से ज्यादा रखें ताकि आपको फाइबर पूरा मिले जो कि हमारे पेट से जुड़ी हर तरह की बीमारियों से हमें बचाने के लिए बहुत जरूरी है। अपने आसपास के वातावरण को जरूर साफ रखें चीनी और मैदा जितना हो सके avoid करें स्ट्रेस और इंजेक्टिंग को कंट्रोल करें क्योंकि तंदुरुस्त रहने के लिए आपको अंदर से खुश होना बहुत जरूरी है। हेल्दी फैट्स का सेवन करें जैसे कि बादाम और अखरोट, तला हुआ खाना टेबल साल्ट, शुगर, बिल्कुल अवॉइड करे इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए लहसुन बहुत फायदेमंद है इसके लिए आप हर रोज सुबह खाली पेट दो कच्चे लहसुन का सेवन कर सकते हैं। इन सबके अलावा Vitamin D जो कि हमें सुबह सूर्योदय के बाद सूरज से निकलने वाली किरणों से प्राप्त होता है। वह भी हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी है इसलिए सुबह 7:00 से 8:00 मिनट तक धूप में खड़े रहे।
आईएमसी के प्रोडक्ट बेहतर कैसे हैं ?
आईएमसी और आयुर्वेद अब एक दूसरे का पूरक बन गया है अगर किसी व्यक्ति ने अपने लिए अपने परिवार के लिए अपने प्रिय जनों के लिए अगर किसी पर विश्वास करना है तो वह आईएमसी पर विश्वास करेगा। क्योंकि आईएमसी ने यह विश्वास कई सालों में समाज में पैदा की है और जो प्रोडक्ट है आईएमसी के वह लेने के बाद लोगों ने अपनी immunity को बढ़ाया है और अपनी इम्यूनिटी को बढ़ाकर कई वायरस और बैक्टीरिया से अपने आपको बचाने के लिए और लड़ने के लिए पूरी तरह सक्षम बने रहे वह कौन-कौन से प्रोडक्ट हैं आइए जानते हैं।
इसमें सबसे पहला जो प्रोडक्ट है वह है श्री तुलसी, अब श्री तुलसी के बारे में आयुर्वेद में लिखा है अगर किसी व्यक्ति की तुरंत आपने इम्यूनिटी बढ़ानी है, तुरंत आपने उसको पंप करना है, बॉडी में तुरंत इंफेक्शन से लड़ने के लिए मजबूत बनाना है, तो आप आईएमसी की श्री तुलसी आप आंख बंद करके दे दीजिए और आप देखेंगे कि व्यक्ति जल्दी ही अच्छा सुधार अपने सेहत में प्राप्त करेंगा।
दूसरा जो असली सोना है हमारा जितने भी औषधीय हैं। उसमें जो असली सोना है वह हमारा हल्दी है। आईएमसी का श्री हल्दी जो है वह सेवन करना हमारे लिए अति उत्तम है क्योंकि यह बैक्टीरिया, वायरस से लड़ने में मदद करता और यह हमारी शुगर में, ब्लड प्रेशर में, किडनी में, लिवर में, ह्रदय में, हर एक प्रकार के रोगों में लड़ने के लिए हमें सक्षम बनाता है। अगर हमें कहीं कट लग जाए, इंफेक्शन हो जाए, तो उस इंफेक्शन को भी पूरी तरह खत्म करने में जो हल्दी है वह पूरी तरह सक्षम है।
हमारे शरीर को प्रतिदिन कुछ ना कुछ माइक्रो न्यूट्रिएंट्स, मैक्रोन्यूट्रिएंट्स, विटामिन D3, कैल्शियम ऐसी बहुत सारी चीजों की आवश्यकता होती है। उसकी पूर्ति करने के लिए आयुर्वेद में आईएमसी ने एक बहुत ही ब्यूटीफुल प्रोडक्ट बनाया है। जिसको हम कहते हैं डेली डाइट टेबलेट पर डे 1 टेबलेट लेने से हमारे शरीर में जो सूक्ष्म तत्वों की कमी है वह पूरी हो जाती है और हमारा शरीर बलिष्ठ रहता है। 24 घंटे बीमारी से लड़ने के लिए सक्षम बनाता है।
आगे जो ‘स्पीरूलिना’ टेबलेट है वह टेबलेट हमारे शरीर को, हमारे पेट को इतनी ताकत देती है और आयुर्वेद में जो पूरा का पूरा आयुर्वेद है। वह हमारे पेट के ऊपर ही आधारित है अगर हमारी पेट की अग्नि ठीक रहेगी तो हमारे शरीर हमेशा ठीक रहेगा तो हमारी अग्नि को और हमारे न्यूट्रिएंट्स को अगर पूरी तरह नरिस करने के लिए कोई है तो वो ‘स्पीरूलिना’ हैं।
आगे उच्चतम रसायन बोला गया हैं एक बहुत ही अच्छा एक ऐसी चीज़ रेगुलर खाने से हमारे शरीर और मन दोनों मजबूत रहते हैं। वह है ‘मोरिंगा’ अगर ‘मोरिंगा’ हम रेगुलर खाएं तो हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता हमेशा उच्चतम लेवल पर बनी रहती है
‘व्हीट गोल्ड टेबलेट’ यह एक ऐसी औषधि है जिसको लेने से हमारे ब्लड के अंदर हमेशा Normalisation बनी रहती है और हमारा HP लेवल हमेशा increase रहता है और अगर हमारा रक्त धातु पूरी तरह बलिष्ठ रहता है। तो एक ही ऐसा धातु है जो 24 घंटे हमारे शरीर में घूमता रहता है और अगर वह रक्त धातु पूरी बलिष्ठ रहेगा तो शरीर के हर एक अवयव को दौड़-दौड़ कर वह बलिष्ठ बनाता रहेगा।
साथ ही में हमारी छाती को हमारे लंग्स को हमारे गले को तुरंत पावर देने के लिए ‘Aloe Chaman Gold’ से अच्छी औषधि शायद मैंने भी नहीं देखी आधा-आधा चम्मच अगर दिन में तीन-चार बार यह ‘Aloe Chaman Gold’ लिया जाए तो यह हमारे शरीर को और हमारे लंग्स को इतना मजबूत बना लेता है। जो वायरस हमारी छाती पर अटैक करते हैं, हमारी गले में अटक जाते हैं, वह अब अटैक करने में बहुत ही कमजोर पड़ जाते हैं और हमारा शरीर जो है उससे लड़ने के लिए पूरी तरह सक्षम बना रहता है।
साथ ही में न्यूट्रो ओमेगा जो कैप्सूल हैं वह हमारे शरीर में ब्रेन को ताकत देती है, मन को ताकत देते हैं। मसल्स को ताकत देती है। जिससे कि हमारे रस, रक्त, मेद ,मांस अस्थि, मज्जा, शुक्र ये जो सात धातु हैं पूरी तरह बलिष्ठ है। आयुर्वेद में विटामिन C की बहुत ज्यादा गुण पाए गए हैं। आंवले के बारे में बहुत कुछ बताया हुआ है। विटामिन सी प्रचुर मात्रा में लेना हमारे लिए बहुत जरूरी है और सबसे मेन बाद आपको बताना चाहूंगा प्रतिदिन आपको विटामिन C लेना पड़ेगा अगर आप नहीं लेंगे तो रोग उत्पन्न होने की टेन्डेन्सी है वह बढ़ जाएगी तो इसके लिए हिमालयन बेरी जूस एक प्रचुर मात्रा में विटामिन सी युक्त एक ऐसी औषधि है। जिसमें आंवले से भी अधिक विटामिन सी पाया जाता है और यह बहुत ही दुर्लभ स्थानों से मिलती है मैं धन्यवाद करना चाहूंगा IMC का जिसने इस औषधि का निर्माण करके अनेक प्रकार के रोगों को पूरी तरह नष्ट कर दिया है।
साथ ही में एलो नोनी जूस और हेलो संजीवनी और साथ में एलोवेरा फाइबर जूस ये अगर इकट्ठे 30 – 30ml मिला के लिए जाए तो यह 24 घंटे हमारे शरीर में तुरंत एनर्जी भी देते हैं और धीरे-धीरे हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बनाए रखते हैं।
साथ ही में जीवन शक्ति रस गोमूत्र यह एक ऐसी औषधियां है जिनको कैंसर से लड़ने के लिए भी सक्षम माना गया है। अलग प्रचुर मात्रा में गोमूत्र और विटामिन सी अच्छी क्वांटिटी में दे दिया जाए तो व्यक्ति जो है। वह किसी भी प्रकार की बीमारी को लड़ने के लिए सक्षम रहता है।
अगर आप अपने स्वास्थ को हमेशा स्वस्थ रखना चाहते हैं महंगे खर्चे वाले आप बड़े-बड़े अस्पताल और बड़े-बड़े रोगों से अगर आप बचना चाहते हैं। तो आप प्रतिदिन यह आयुर्वेद के रसायनों का सेवन करिये क्योंकि आईएमसी आज आपको क्या दे रहा है। ये आपको तब पता चलेगा जब आप इसका इस्तेमाल करेंगे इसका शास्त्र में मैं एक वर्णन हैं आपको बताना चाहूंगा जो व्यक्ति स्वस्थ है उसके स्वास्थ्य को मेंटेन रखना है। आयुर्वेद का पहला धर्म है इसलिए जो IMC है उसी धर्म का पूरी तरह Follow करते हुए उसको पूरी तरह सच मानते हुए आज IMC ने जितने भी रसायन जो मैंने आपको बताएं हैं। उतने रसायन नित्य प्रतिदिन लेता रहे हैं तो आप कम से कम 95% बीमारियों से दूर रहेंगे को और अपनी इम्यूनिटी को सदा बलिष्ठ और मजबूत बनाए रखेंगे।
IMC के ही प्रोडक्ट क्यों इस्तेमाल करें इम्यूनिटी के लिए:
कोई भी प्रोडक्ट की गुणवत्ता जानने के लिए उसके 3-step पूरे होने बहुत जरूरी है कौन-कौन से रॉ मैटेरियल कहां से लिया जा रहा है, दूसरा उसकी प्रोसेसिंग किस प्रकार की जा रही है, उसकी साफ सफाई किस प्रकार की जा रही है, और तीसरा जो हमने प्रोडक्ट बनाया है वह हमने क्लीनिकल ट्रायल करके देखा है कि नहीं और आपको जानकर बहुत आनंद आएगा कि यह तीनो मापदंड में IMC पूरी तरह से फिट बैठती है। इसलिए जो रो मटेरियल दिया जाता है वह सबसे अच्छी जगह से लिया जाता है और सबसे इंपोर्टेंट चीज है जो बाकी कंपनियां होती है यह तुलसी को और पानी को उबाल देती है और उसको अर्क के रूप में बेच देती है और जब आप इसका इस्तेमाल करते हैं तब इसका रिजल्ट नहीं आता है। लेकिन हमें उसके बारे में जानकारी नहीं होती इसलिए हम सोचते हैं कि यह तुलसी अच्छी चीज नहीं है और हमारे शरीर में काम नहीं कर रही इसकी पोटेंसी अच्छी नहीं है इसमें बदनाम होता है। लेकिन आयुर्वेद का झंडा बुलंद करने के लिए आईएमसी ने श्री तुलसी को एक ऐसे गुणवत्ता के आधार पर बताया है। कि 10 किलो या उससे भी अधिक पहले उसके पत्ते लिए जाते हैं और उससे उसका तेल बनाया जाता है यानी कि 10 किलो तुलसी के पत्तों से 1 किलो ऑयल बनता है तुलसी का और उस oil को एक स्पेशल टेक्निक जो कि IMC के पास हैं उससे वॉटर सॉल्युबल बनाया जाता है यानी कि अगर हम कंपेयर करें लार्ज क्वांटिटी ऑफ़ बाहरी प्रोडक्ट से तो हमारे आयुर्वेद के अनुसार बाकी प्रोडक्ट से 10 से लेकर 20 गुना ज्यादा पावरफुल है। इसी तरह अनेक प्रकार के जो हमारे प्रोडक्ट्स हैं वो बाजार में मिलने वाले कई प्रोडक्ट से 10 ,20 कई बार 50 गुना बेहतर है। इसलिए मैं चाहूंगा कि अगर आप आयुर्वेद का आनंद लेना चाहते हैं अगर आप आयुर्वेद की गुणवत्ता का आनंद लेना चाहते हैं अगर आप ये चाहते हैं आयुर्वेद का सहारा लेते हुए हम और हमारा परिवार और सदा स्वस्थ बना रहे, आयुर्वेद का साथ ले और आयुर्वेद में भी imc का साथ ले तब आपको अपने आनंद भी आएगा और आयुर्वेद में पूरी तरह आपका मन भी बैठेगा