IMC एलो डेंटल क्रीम क्या है?
संपूर्ण दंत चिकित्सा देखभाल के लिए आपकी खोज यहां IMC एलो डेंटल क्रीम के साथ समाप्त होती है, जिसे विभिन्न मुद्दों की देखभाल करके बेहतर दंत स्वास्थ्य प्रदान करने के लिए तैयार किया गया है। एलोवेरा और कई अन्य जड़ी-बूटियों से समृद्ध, इस IMC क्रीम के कई लाभ हैं जैसे दांतों को सफेद करना, इनेमल को बहाल करना और उसकी रक्षा करना, मसूड़ों की समस्याओं का इलाज करना, दांतों की सड़न से लड़ना और सांसों की दुर्गंध को रोकना। IMC एलो डेंटल क्रीम के साथ अपने दंत स्वास्थ्य को बढ़ाएं और बिना किसी चिंता के मुस्कुराएं।

IMC एलो डेंटल क्रीम के 10 महत्वपूर्ण फायदे
01. दांतों को सफेद ,मजबूत और चमकदार बनाता है:-
IMC का डेंटल क्रीम एक आयुर्वेदिक क्रीम है इस क्रीम में बबूल छल, लौंग, फिटकरी और मिंटू साथ ही मुख्य रूप से एलोवेरा की प्रजाति बारबैंडैसिसमिलर का इस्तेमाल किया गया है जो कि सभी प्रकार के एलोवेरा प्रजातियों में सर्वोत्तम माना जाता है । इस में उपस्थित सभी प्रकार के मिनरल्स हमारे दांतो के लिए फायदेमंद होते हैं जो हमारे दांतो की कमजोरियों को दूर करने में हमारी मदद करते हैं। डेंटल क्रीम के इस्तेमाल से दातों की सफाई सही तरीके से हो जाती है क्योंकि इसमें पाए जाने वाला नेचुरल कैल्शियम हमारे दांतो को प्राकृतिक तरीके से कैल्शियम की पूर्ति कर प्राकृतिक सफेद रंग प्रदान करता है अगर हम मार्केट के किसी अन्य डेंटल क्रीम का इस्तेमाल करते हैं तो उनमें कैल्शियम के रूप में जंतु हड्डियों का चूर्ण इस्तेमाल किया जाता है जो हमारे दांतो की सेहत के लिए नुकसानदायक होता है। एलोवेरा में पाए जाने वाले मिनरल्स हमारे दांतो के लिए चमनप्राश की भांति होता है इससे हमारे दांत मजबूत होते हैं और चमकदार भी।
02. तंबाकू, गुटखा और पान से खराब हुए दातों के लिए लाभदायक:-
अगर आप भी तंबाकू गुटका या पान जैसी मादक पदार्थों का सेवन करते हैं तो आप भी अपने दांतो की सुरक्षा करने के लिए IMC के ऐलो डेंटल क्रीम का इस्तेमाल कर सकते हैं इस क्रीम में पूरी तरह से जड़ी बूटियों का इस्तेमाल किया गया है या हमारे दांतो की सुरक्षा प्राकृतिक तरीके से करता है। और IMC के डेंटल क्रीम को विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा भी प्रमाणित किया गया है जो हमारे मुंह के स्वास्थ्य के लिए बहुत ज्यादा लाभदायक होता है। जब हम तंबाकू गुटके का सेवन करते हैं तो इन्हें खाने के बाद हम मुंह से पानी का कुल्ला करना भूल जाते हैं जिससे हमारे दातों में सुपारी व गुटके के तंबाकू के कारण हमारे दांतो में फंसे रह जाते हैं और साथ ही इस में उपस्थित चूने का कैल्शियम हमारे मसूड़ों को भी कमजोर बना देता है जब हम IMC के डेंटल क्रीम का इस्तेमाल करते हैं तो यह हमारे कमजोर मसूड़ों के साथ-साथ दातों पर जमने वाले पीले रंग के साथ-साथ काले धब्बों को भी आसानी से साफ कर देता है क्योंकि इसमें एलोवेरा डाला हुआ है जो हमारे मुंह को डिटॉक्सिफाई कर देता है और मुंह के कैंसर से भी बचाता है।
03. पायरिया के सफल इलाज में लाभदायक:-
पायरिया की समस्या हर तीसरे व्यक्ति को होती ही है और इस समस्या का मुख्य कारण यह है कि जब हम कभी किसी खाद्य पदार्थ को खाते हैं तो उसके कुछ कर हमारे दांतो में छूट जाते हैं और जब हम दातों की सफाई रात में किए बिना सो जाते हैं तो यह सुबह तक हमारे दांतो में कई प्रकार के कीड़े तैयार कर देते हैं जो हमारे दांतो को और मसूड़ों को कमजोर बना कर सढ़ाने लग जाते हैं जिससे हमारे मुंह से दुर्गंध आने लगती है और जब हम किसी व्यक्ति से बात कर रहे होते हैं या उससे संपर्क कर रहे होते हैं तो हमारे मुंह से निकलने वाली दुर्गंध उसे परेशान भी कर सकती है जिससे हमें शर्म का सामना करना पड़ता है अतः दोस्तों इसका इस्तेमाल करना हमारे दांतो के लिए पायरिया का सफल इलाज होता है।
04. फ्लोराइड से हुए पीले और लाल-काले धब्बों को दूर करने में लाभदायक:-
ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोग फ्लोराइड युक्त पानी का सेवन ज्यादा करते हैं जिससे उनके दांत क्लोराइड की मात्रा बढ़ने के कारण सड़ने व खराब होने लगते हैं साथ ही दातों में गहरा पीलापन के साथ लाल रंग भी दिखाई पड़ता है जिससे दांत कमजोर पड़ जाते हैं और कम उम्र में ही टूटने लगते हैं अतः इसका इस्तेमाल करने से हमारे दांतों में फ्लोराइड के कारण हुई क्षति को पूरा किया जा सकता है और डेंटल क्रीम में पाए जाने वाले आयुर्वेदिक तत्व फ्लोराइड के कारण पीले हुए दांतो को फिर से सफेद बनाने में मदद करता है।
05. दांतो के इनेमल को स्वस्थ मजबूत बनाने में लाभदायक:-
दोस्तों दांतों के इनेमल दांतों को मजबूत पकड़ देते हैं लेकिन अगर इनेमल कमजोर होने लगते हैं तो कम उम्र में ही दातों का दर्द मसूड़ों में सूजन खून आना और पायरिया होना जैसी समस्या हो जाती है इसलिए दांतों के इनेमल की मजबूती होना आवश्यक है इसके लिए आप IMC के ऐलो डेंटल क्रीम का इस्तेमाल कर सकते हैं इस में उपस्थित सभी प्रकार के आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां के साथ नेचुरल कैल्शियम आपके दांतों के इनेमल को मजबूत बना देते हैं और दातों की पकड़ को बनाने में मदद करते हैं। अक्सर ऐसा देखा जाता है कि कम उम्र में ही दाढ़ का दर्द भी काफी ज्यादा परेशान करने लगता है और जिससे हमारे हजारों रुपए डॉक्टर के पास चले जाते हैं और हमारे इनेमल कमजोर होने के कारण जब हम अपने दाढ़ के दातों को तोड़ आते हैं तो इसका प्रभाव हमारी आंखों का हमारे मस्तिष्क पर भी पड़ता है जिससे हमारी याददाश्त वह आखों की नजर पर भी फर्क पड़ जाता है। इस लिए दांतों के इनेमल को मजबूत बनाने के लिए डेंटल क्रीम का इस्तेमाल करना चाहिए।
06. मसूड़ों की समस्याओं के इलाज में लाभदायक:-
मसूड़ों की समस्या हर व्यक्ति को तो होती ही है। मसूड़े कमजोर होने से दांत व दाढ़ की सुरक्षा भी प्रभावित होती है कम उम्र में हमारे दातों के टूटने वा दर्द होने की समस्या परेशान करने लगती है मसूड़े कमजोर होने से पायरिया की समस्या भी होने का खतरा होता है क्योंकि मसूड़े जब कमजोर हो जाते हैं तो मसूड़ों में मजबूती देने वाले मास की कोशिकाएं कमजोर हो जाती हैं जिससे दांतों में कीड़े लगने का खतरा बढ़ जाता है और दांतों के पीलेपन का भी खतरा होता है इसलिए डेंटल क्रीम का इस्तेमाल करना चाहिए इसके इस्तेमाल से मसूड़ों से होने वाली किसी भी प्रकार की समस्या पर नियंत्रण किया जा सकता है और अक्सर देखा जाता है कि मसूड़े कमजोर होने से बुजुर्गों के दांत कम उम्र में ही टूट जाते हैं और भोजन को चबाने के लिए भी दांत नहीं बच पाते हैं।
07. दांतों को सड़ने या कीड़े से बचाने में सहायक:-
जब लंबे समय तक हम किसी चीज को खाने के पश्चात दांतो के बीच फसे रहने देते हैं तो उससे मसूड़े कमजोर हो जाते हैं और मसूड़ों के बीच रिक्त स्थान में कीड़े लगने शुरू हो जाते हैं जो बाद में पायरिया जैसी समस्या बना देते हैं और फिर मुंह से दुर्गंध आना शुरू हो जाती है। इसलिए दांतों को सड़ने से बचाने के लिए नियमित रूप से डेंटल क्रीम का इस्तेमाल करना चाहिए। क्योंकि ऐलो डेंटल क्रीम में लोंग पाया जाता है जो इन कीड़ों के लिए कीटनाशक का काम करता है । और इस में उपस्थित एलोवेरा के लिगनेन व सेफोनीन नाम के तत्व हमारे दांतो को कीड़े लगने से बचाने में मदद करता है।
08. सांसों की दुर्गंध को रोकने में मददगार:-
मसूड़े कमजोर होने पर पायरिया की समस्या होती है और पायरिया होने पर दांतो से खून के साथ-साथ मवाद भी आने लगता है जिससे मुंह का स्वास्थ्य बिगड़ जाता है और जब भी हम कभी सांस लेते हैं तो सांसों से दुर्गंध बाहर आने लगती हैं। और जब कभी हम किसी से बातचीत करते हैं तो यह दुर्गंध हमें बातचीत के दौरान सही संपर्क बनाने से रोकती है। अक्सर यह देखा जाता है कि इस समस्या में पायरिया ही मुख्य रूप से कारण होता है इसलिए पायरिया को खत्म करने के लिए नियमित रूप से एलोवेरा से युक्त IMC डेंटल क्रीम का इस्तेमाल करना चाहिए यह हमारे पायरिया की समस्या में रामबाण माना जाता है।
09. पेट की क्रमी या गैस की समस्या को खत्म करने में मददगार:-
IMC एलोवेरा डेंटल क्रीम में पाए जाने वाले सभी आयुर्वेदिक तत्व मुंह के स्वास्थ्य के साथ-साथ पेट के स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक सिद्ध होता है अगर आपके पेट में कीड़ों के लगने की समस्या जिसे हम क्रमि के नाम से भी जानते हैं एक ऐसी समस्या है जो लंबे समय तक अगर हमारे पेट में बनी रहती है तो हमारी अंतडियो में छाले होने के साथ ही अल्सर का रूप ले लेती है साथ ही पेट में बनने वाली गैस जिसे हम हाइपर एसिडिटी के नाम से जानते हैं को खत्म करने में भी फायदेमंद होता है। हेलो डेंटल क्रीम को दो या 3 ग्राम एक गिलास गर्म गुनगुने पानी में घोलकर पीने से क्रमी की समस्या व पेट दर्द की समस्या खत्म हो जाती है।
10. बच्चे के दूध की बोतल से पुराने दूध की बदबू हटाने में :-
बच्चों के दूध की बोतल से बदबू आना सामान्य बात है क्योंकि दूध बोतल के अंदर डालने पर कुछ बैक्टीरिया बन जाते हैं जो किण्वन की क्रिया द्वारा सूक्ष्म जीवाणुओं को जन्म देती है जिससे उस दूध की बोतल से बदबू आने लगती है। और उस बोतल में जब हम दूध को रखते हैं तो दूध भी खत्म खराब होने का खतरा रहता है इसलिए दूध की बोतल को साफ करना आवश्यक होता है और इसके लिए हम डेंटल क्रीम का भी इस्तेमाल कर सकते हैं इस क्रीम की कुछ मात्रा उस दूध की बोतल में लेकर अगर हम उस बोतल को धूल देते हैं तो उससे सभी प्रकार के बैक्टीरिया या जीवाणु खत्म हो जाते हैं और दूध की बोतल से बदबू आना बंद हो जाती है।