नोनी का जूस क्या है?
नोनी का जूस नोनी के फल से प्राप्त किया जाता है नोनी को हम मोरिंडा सिट्रीफोलिया के नाम से जानते हैं। यह एक सर्वोत्तम गुणवत्ता युक्त आयुर्वेदिक सप्लीमेंट वह औषधि मानी जाती है। इसमें प्रचुर मात्रा में विटामिन बी1, बी2, बी3, बी5, बी6, बी12, सी, ई फोलेट, बीटा, कैरोटीन और कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम, आयरन और फॉस्फोरस जैसे खनिज पाए जाते हैं। इसके अतिरिक्त नोनी में एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-रिंकल गुण होते हैं।

ऐसा बोला जाता है कि नोनी का फल हमारे शरीर के लिए अमृत के समान होता है संजीवनी बूटी के बाद दूसरी कोई औषधि अगर हमारे शरीर के लिए रामबाण है तो उसमें नोनी के फल को ही माना जाता है। नोनी की प्रकृति अति क्षारीय होती है जो हमारे शरीर के सभी प्रकार के अम्लीय विषाक्त पदार्थों को बाहर करने में सक्षम होते हैं और शरीर के फ्री रेडिकल को भी खत्म करने में रामबाण होते हैं।
नोनी जूस कब व कैसे इस्तेमाल करें ?
नोनी जूस को इस्तेमाल करने का सबसे सही समय सुबह का होता है। इसे जब भी इस्तेमाल करें खाली पेट ले। सुबह के समय से इसलिए लेना चाहिए क्योंकि यह हमारे शरीर को एंटीऑक्सीडेंट्स के रूप में ऑक्सीजन उपलब्ध कराता है और इसकी ऑक्सीजन को हम अपने दैनिक जीवन में होने वाली सभी शारीरिक क्रियाओं में उपयोग कर सकते हैं।

नोनी के जूस की 20 से 30 ml मात्रा को 100ml गरम गुनगुने पानी में मिलाकर पीने से अत्यंत लाभकारी परिणाम मिलते हैं।
गठिया के इलाज में :

गठिया के सफल इलाज के लिए नोनी के जूस का सेवन अति लाभदायक होता है। इसमें उपस्थित anti-inflammatory गुण हमारे गठिया की समस्या में रामबाण माने जाते हैं। इसके अतिरिक्त गठिया की समस्या का दूसरा बड़ा कारण हमारे शरीर में एकत्र होने वाले टॉक्सिन होते हैं जो हमारी नसों में एकत्र हो जाते हैं अगर इन टॉक्सिन को हम समय-समय पर शरीर से बाहर ना निकालें तो यह हमारे शरीर में गांठें बनाने लग जाते हैं जिससे नसों में ब्लॉकेज होने लगते हैं। जिससे हमारे शरीर के अंगों की क्रियाशीलता अवरुद्ध हो जाती है अतः इस से निपटने के लिए प्रतिदिन नोनी के जूस का सेवन लाभदायक माना जाता है।
शारीरिक ऊर्जा बढ़ाने में :

अगर आप भी अपने शरीर की ऊर्जा को बढ़ाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको भरपूर न्यूट्रिसन वाले पदार्थ इस्तेमाल करनी चाहिए। हमारे शरीर का स्टैमिना बढ़ाने के लिए नोनी के फल मे सभी आवश्यक आवश्यक पोषक तत्व उपस्थित होते हैं जो हमारे शरीर की न्यूट्रीशन वैल्यू को संतुलित रखते हैं जिससे हम भरपूर ऊर्जा का अनुभव करते हैं और किसी भी कार्य में हमें थकान महसूस नहीं होती है। अक्सर हमारे शरीर में ऑक्सीजन की कमी के चलते शारीरिक उर्जा कम हो जाती है क्योंकि नोनी के फल में प्रचुर मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट उपलब्ध होते हैं इसलिए यह हमारे शरीर को भरपूर ऊर्जा प्रदान करते हैं। जिससे हमारी कमजोर कोशिकाएं व मांसपेशियां जल्द ही रिकवर हो जाती है।
उम्र बढ़ने से रोकने में :

अगर आप भी अपनी उम्र को बढ़ाना चाहते हैं या फिर 60 की उम्र में 40 का दिखना चाहते हैं तो आपको नोनी के फल से तैयार किए गए जूस का सेवन करना चाहिए। हमारा शरीर प्रतिदिन अनेक शारीरिक निकासी क्रियाओं द्वारा जरूरी खनिज लवण व आवश्यक न्यूट्रिशन को शरीर से बाहर निकाल देते हैं जिन की कमी के चलते हमारी उम्र कम होने लग जाती है लेकिन अगर हम हमारे शरीर को पर्याप्त मात्रा में उन न्यूट्रिशन की पूर्ति करते रहते हैं तो हमारी उम्र घटने की समस्या नहीं होती है और हमारा शरीर बहुत धीमी गति से बुढ़ापे की ओर बढ़ता है और हम लंबे समय तक जीवित रहने योग्य बन जाते हैं। अतः हमें प्रतिदिन सुबह 20 से 30 मिलीलीटर नोनी जूस का सेवन करना चाहिए जिससे हमारे शरीर को सभी आवश्यक पोषक तत्व भरपूर मात्रा में मिल सके।
कैंसर के इलाज में :

नोनी के जूस में एंटी कैंसर प्रॉपर्टी भी उपस्थित होती है जो कैंसर के इलाज में उपयोगी मानी जाती है। कैंसर के इलाज के दौरान हमें इस जूस का सेवन जरूर करना चाहिए क्योंकि यह हमारी कोशिकाओं की मरम्मत करने के साथ-साथ हमारे ऊतकों की भी मरम्मत करता है और नए अंगों के निर्माण में सहायक होता है। कैंसर के शुरुआती स्टेज में इसका इस्तेमाल करते रहने से समस्या बड़ी नहीं होती और इस पर नियंत्रण करने में सहायता मिलती है क्योंकि यह हमारे शरीर में कभी ऑक्सीजन की कमी भी नहीं होने देते हैं और कैंसर कारकों को शरीर से बाहर निकालने में भी मदद करते हैं। अतः नोनी का जूस कैंसर के इलाज में भी लाभदायक माना जाता है।
प्रतिरक्षा को बढ़ाने में :

आज के समय में रोग प्रतिरोधक क्षमता बीमारियों से लड़ने के लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है क्योंकि एलोपैथिक दवाइयों के इस्तेमाल से हमारा शरीर काफी हद तक कमजोर हो चुका है जिस कारण से इन दवाओं का असर अब किसी भी बीमारी को सुधारने में नहीं होता है अतः हमारे प्रति रक्षा कवच का मजबूत होना ही आज के समय में किसी बीमारी से सुरक्षा है। किंतु रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए आवश्यक पोषक तत्वों के साथ-साथ एंटी ऑक्सीडेंट और प्रचुर मात्रा में एंटीवायरस, एंटी बैक्टीरियल, एंटी फंगल, anti-inflammatory और विटामिन सी अति आवश्यक है जिनके बिना शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा पाना संभव नहीं है। अतः हमें अपने शरीर के प्रति रक्षा कवच को बढ़ाने के लिए हमारे नित्य जीवन में नोनी जूस को आवश्यक रूप से शामिल करना चाहिए।
पागलपन के इलाज में :

मस्तिष्क की सूक्ष्म कोशिकाओं को अगर समय-समय पर प्रचुर मात्रा में ऑक्सीजन वा पानी ना मिले तो यह कोशिकाएं शिथिल पड़ जाती हैं और लंबे समय तक यह स्थिति बने रहने पर यह कोशिकाएं निष्क्रिय हो जाती है जिसके चलते हमारे मस्तिष्क के न्यूरॉन्स में उपस्थित होने वाले याददाश्त के डाटा खत्म होने लगते हैं जिसके चलते पागलपन की समस्या उत्पन्न होती है। इस समस्या के समाधान के लिए मस्तिष्क को प्रचुर मात्रा में ऑक्सीजन व अन्य पोषको की उपलब्धता कराना आवश्यक होता है ताकि मस्तिष्क की शिथील कोशिकाएं स्वस्थ रह सकें और पागलपन जैसी समस्या से मुक्ति मिल जा सके। अतः पागलपन की समस्या को खत्म करने के लिए नोनी जूस का सेवन अति लाभदायक माना जाता है इसके इस्तेमाल से मस्तिष्क की कोशिकाओं को मजबूत करके याददाश्त को भी बढ़ाया जा सकता है।
एंटीऑक्सीडेंट पूर्ति में :

नोनी जूस में प्रचुर मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। एंटी ऑक्सीडेंट हमारे शरीर में नई कोशिकाओं के निर्माण के साथ-साथ उन्हें जीवित रखने में भी काफी ज्यादा मददगार होते हैं। अगर हम प्रतिदिन सुबह जल्दी उठकर ताजी हवा नहीं ले सकते तो हम इस जूस का जरूर इस्तेमाल कर सकते हैं क्योंकि बोला जाता है सुबह की ताजी हवा हजारों बीमारियों की है दवा। लेकिन हमें पता होते हुए भी हम सुबह की ताजी हवा नहीं ले पाते हैं और जिस कारण से ऑक्सीजन की कमी हमारे शरीर में स्वभाविक रूप से होती है अगर हमें ऑक्सीजन की मात्रा को शरीर में बढ़ाना है तो हमें एंटीऑक्सीडेंट्स से युक्त चीजें लेनी होगी। नोनी के जूस में एंटी ऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में उपस्थित होते हैं जो हमारे मस्तिष्क के साथ-साथ हमारे रक्त में भी पर्याप्त ऑक्सीजन उपलब्ध कराते हैं जिससे हमारा शरीर स्वस्थ बना रहता है।
अर्थराइटिस के दर्द से राहत में :

भागदौड़ भरी इस दुनिया में प्रतिदिन दैनिक कार्यों में व्यस्तता के चलते हमारी शारीरिक थकान कई बीमारियों का कारण बनती है इसमें विशेष रूप से अर्थराइटिस एक ऐसी समस्या है जो आपकी शारीरिक थकान की अधिकता होने के फलस्वरूप होती है। विशेष रुप से गर्दन व कंधे का दर्द ज्यादा देर तक इलेक्ट्रॉनिक सामग्री या उपकरणों के संपर्क में रहने से होने लगता है और हमारे नाड़ी दोष को उत्पन्न कर सर्वाइकल नसों को जाम कर देता है जिसका प्रभाव पीठ से लेकर कमर के निचले हिस्से तक होता है और धीरे-धीरे यह समस्या गंभीर समस्या बनने लगती है अगर इसका समाधान हमें परमानेंट करना है तो इसके लिए हमें नित्य जीवन की दिनचर्या में नोनी के जूस का सेवन अनिवार्य कर देना चाहिए क्योंकि इसके इस्तेमाल से अर्थराइटिस के अतिरिक्त अन्य जोड़ों संबंधित समस्याएं कभी नहीं होती है।
अपच व अल्सर खत्म करने में :

नोनी जूस के इस्तेमाल से पेट में होने वाले छाले की समस्या तथा लंबे समय तक बने रहने के कारण इन छालों का अल्सर में परिवर्तित होने की समस्या पर नियंत्रण किया जा सकता है। सुबह खाली पेट नोनी जूस के 20ml को 100ml पानी में मिलाकर पीने से पेट के सभी विषाक्त पदार्थ शरीर से बाहर होने लगते हैं। अगर किसी को अल्सर के छाले हो भी जाते हैं तो इसके इस्तेमाल करते रहने से इन सालों को कम समय में खत्म किया जा सकता है। अगर आपके पेट में भोजन ना पचने की समस्या बनी रहती है तो आपके शरीर को पोषण भी सही तरीके से नहीं मिल पाता इसलिए नोनी जूस का नियमित रूप से सेवन करके हमें अपने पाचन तंत्र को मजबूत बनाना चाहिए।
बुखार के इलाज में :

शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता जैसे-जैसे कम होती है साथ ही हमारे शरीर में सर्दी जुकाम जैसे आम लक्षण होने लगते हैं जिसके कुछ समय बाद शरीर का ताप बढ़ने लगता है और बुखार जैसी समस्या उत्पन्न होती है अगर यह बुखार लंबे समय तक बना रहता है तो टाइफाइड जैसी समस्या उत्पन्न हो जाती है अतः बुखार में शरीर के ताप को नियंत्रित करने के लिए नोनी के जूस का सेवन अति लाभदायक माना जाता है।
नोनी जूस के 10 महत्वपूर्ण फायदे के लिए इस वीडियो को देखें
इस वीडियो में नोनी जूस पीने के सबसे बढ़िया फायदे बताए गए हैं जिन्हें जानकर आप भी आश्चर्य में पड़ जाएंगे।